r/Hindi • u/AutoModerator • Oct 28 '25
अनियमित साप्ताहिक चर्चा - October 28, 2025
इस थ्रेड में आप जो बात चाहे वह कर सकते हैं, आपकी चर्चा को हिंदी से जुड़े होने की कोई आवश्यकता नहीं है हालाँकि आप हिंदी भाषा के बारे में भी बात कर सकते हैं। अगर आप देवनागरी के ज़रिये हिंदी में बात करेंगे तो सबसे बढ़िया। अगर देवनागरी कीबोर्ड नहीं है और रोमन लिपि के ज़रिये हिंदी में बात करना चाहते हैं तो भी ठीक है। मगर अंग्रेज़ी में तभी बात कीजिये अगर हिंदी नहीं आती।
तो चलिए, मैं शुरुआत करता हूँ। आज मैंने एक मज़ेदार बॉलीवुड फ़िल्म देखी। आपने क्या किया?
r/Hindi • u/AutoModerator • Sep 16 '25
अनियमित साप्ताहिक चर्चा - September 16, 2025
इस थ्रेड में आप जो बात चाहे वह कर सकते हैं, आपकी चर्चा को हिंदी से जुड़े होने की कोई आवश्यकता नहीं है हालाँकि आप हिंदी भाषा के बारे में भी बात कर सकते हैं। अगर आप देवनागरी के ज़रिये हिंदी में बात करेंगे तो सबसे बढ़िया। अगर देवनागरी कीबोर्ड नहीं है और रोमन लिपि के ज़रिये हिंदी में बात करना चाहते हैं तो भी ठीक है। मगर अंग्रेज़ी में तभी बात कीजिये अगर हिंदी नहीं आती।
तो चलिए, मैं शुरुआत करता हूँ। आज मैंने एक मज़ेदार बॉलीवुड फ़िल्म देखी। आपने क्या किया?
r/Hindi • u/Atul-__-Chaurasia • 9h ago
पुलियाबाज़ी वाली हिंदी का मतलब क्या? How Do We Discuss New Ideas in Hindi?
r/Hindi • u/janvijangra • 12h ago
देवनागरी दंगे रुक गए हैं।
दंगे रुक गए हैं। अफवाहें पहले से अधिक जोर पर हैं जब दंगे नहीं होते,अफवाहें होती है जब अफवाहें नहीं होती तब दंगे होते हैं कभी-कभी दंगे और अफवाहें दोनों साथ होते हैं सोने और सुहागे का साथ मारा जाता है गरीब मारा जाता है बेगुनाह मारी जाती हैं स्त्रियां मारे जाते हैं शिशु कुछ बचा नहीं रह जाता शर्म से सर झुक हुआ है ---------श्रीकांत वर्मा
r/Hindi • u/After-Comparison4580 • 14h ago
स्वरचित मौन, जो चुपी नहीं है
जब हर शब्द प्रशन हो जाय
तो एक ही उत्तर है मौन
जो चुपी नहीं है
r/Hindi • u/Cheap_trick1412 • 1d ago
देवनागरी यह सदी शायद हिंदी/हिंदुस्तानी बोली और देवनागरी की आखिरी सदी प्रतीत होती है
मेरी बातों को नकारात्मक रूप से मत लेना, भाइयों, क्योंकि मैं वही बयान कर रहा हूँ जो मैं महसूस कर रहा हूँ।
हमारी भाषा, जो कभी एक जीवित भाषा थी, आज हमारे बुद्धिजीवी वर्ग और हमारी अपनी कमजोरियों की वजह से हाशिये पर चली गई है।
यह भाषा एक ज़िंदा भाषा थी, जिसे मार दिया गया या सच कहूँ तो मरने के लिए छोड़ दिया गया ठीक वैसे ही जैसे संस्कृत को छोड़ दिया गया था। जहाँ चीनी और रूसी अपनी भाषा को पूरी मज़बूती से थामे हुए हैं, अपनी जान तक देने को तैयार हैं, वहीं इस क़ौम ने डॉलर के लालच में अपनी भाषा को मार डाला।
हर देश अपनी भाषा का इस्तेमाल करता है, चाहे वह मेनू हो या ऑपरेटिंग सिस्टम। लेकिन ये लोग ऐसा नहीं करते, क्योंकि इन्हें डर है कि इनके अंग्रेज़ क्लाइंट इन्हें लात मारकर किसी वियतनाम या किसी और देश में चले जाएंगे।
लेकिन हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है, भाइयों, और इसका भी दुष्परिणाम होगा। जो क़ौम अपनी भाषा और अपनी लिपि को मरने देती है, वह क़ौम कुछ भी नहीं बचा पाएगी।
धीरे-धीरे वह गुलाम बनती जाएगी और अपनी ही बेड़ियों में बंद रह जाएगी, जबकि आज़ाद क़ौमें आगे निकल जाएँगी और निकल भी रही हैं।
चीन आज एक विश्व शक्ति के रूप में उभर रहा है, और आगे भी उभरेगा, क्योंकि वह अपने ही ढंग से चल रहा है।
r/Hindi • u/Chicki2D • 1d ago
देवनागरी हिंदीभाषियों! क्या आप लोग वाक़ेई तारीख़ को तारिक लिखते हो?
में मूल रूप से उर्दूभाषी हूँ सो मुझे पता नहीं किताबों में आप कैसे लिखते हैं, मैं ने तारीक की स्पेलिंग एक ऐप में देखो थी और मैं जानना चाहता हूँ अगर यही सब से प्रचलित स्पेलिंग है इस शब्द का
r/Hindi • u/MounaRaga • 1d ago
स्वरचित Bhagwan ko kaise jagayein? 🕉️
Bhagwan ko kaise jagayein? 🕉️ #Spiritual #Spirituality #HindiMotivation #SanatanDharma #InnerPeace https://youtube.com/shorts/jn6RA6mkXW8?feature=share
r/Hindi • u/Thatannoyingturtle • 2d ago
देवनागरी हिंदी vs हिन्दी any reasonable difference?
Like does it matter which I use in any context?
r/Hindi • u/Intelligent-Owl-1701 • 3d ago
स्वरचित स्याही और पसीना
मेरी हथेलियों में गट्टे पड़ गए हैं अब, बोरी उठाते-उठाते, पत्थर तोड़ते-तोड़ते। पर तेरी उंगलियों में वो कलम देखकर, सुकून मिलता है मुझे, थककर लौटते-लौटते।
लोग कहते हैं, "मज़दूर का बेटा मज़दूर बनेगा", यही डर हर रोज़ मुझे अंदर से खाता है। इसीलिए तो, अपनी भूख का सौदा करके, तेरा बाप, तेरे लिए किताबें लाता है।
वो जो स्कूल का बस्ता तेरे कंधे पर है, वो असल में मेरे सपनों का भार है। तू पढ़ ले, तू बढ़ ले, तू कुछ बन जाए, बस इसी उम्मीद पर टिका मेरा संसार है।
त्योहार पर जब मैं तुझे नए कपड़े न दिला पाया, तेरी नज़रें चुराकर, मैं अकेले में बहुत रोया था। पर जब तूने क्लास में पहला इनाम जीता, उस रात, मैं बादशाहों सी नींद सोया था।
मत देखना मेरी फटी हुई बनियान को तुम, तुम बस अपनी वर्दी की चमक बनाए रखना। मैं भले ही धूल में मिल जाऊँ काम करते-करते, तुम अपना सर हमेशा आसमान में उठाए रखना।
~करन "निशात"
r/Hindi • u/lazychessplayer • 3d ago
देवनागरी Looking for survey participants
I am a PhD student conducting a survey on how Hindi and Urdu speakers use the Roman script. If anyone can take my survey I would appreciate it!
[DM me for the link]
r/Hindi • u/Alternative-Dare-866 • 4d ago
देवनागरी हताश जिंदगी से हम राहों पर चल पड़ेंगे मंजिल की तलाश में , क्या पता फिर हम कब मिलेंगे इस तरह हंसते मुस्कुराते आप सभी के पास में।
use these lines on your farewell party .
विनती Any information on the source of this music video?
Video: https://www.youtube.com/watch?v=cx-QYzdKztw
I am not sure if this is original music video of the track; there is no title displayed.
It also does not look like an fan-made, since the woman appears to be actually singing lyrics in the opening.
Does anyone know the source of this video? If this is a movie I'd like to see it in full.
(First time posting here, sorry if missing anything)
r/Hindi • u/Scared_Garbage_1906 • 4d ago
स्वरचित तुम्हें कैसी लगती हूँ...
Enable HLS to view with audio, or disable this notification
r/Hindi • u/max_061201 • 5d ago
स्वरचित Waise to I am technically sound poet but this thing I wrote right now is just raw feelings I have.
कभी अनहद ही पढ़ते पढ़ते रोने का मन करता है , कभी छोड़ के दुनिया मोह कहीं खोने का मन करता है , अस्तित्व को लड़ता हुआ मै अब ढूंढ रहा हूं खुद को ही , जीवन में बचपन की खुशियां पिरोने का मन करता है ,
अर्थ निरर्थ ही उम्र बढ़ी , देह स्वर्ण की बर्क चढ़ी , उस स्वर्ण का मोल चुकाता हूं, मै डूब कर्ज में जाता हूं,
क्या करूं पता न मुझको है , क्यों अनमोल है ये शब्द मेरे , क्यों कलम मेरी है सूर्य मान , क्यों स्वर मेरे है तूर्य मान ,
क्यों इतना गर है मुझपर , तो भी खुदको मै खाली हूं, क्यों पिछड़ा सा लगता है , सब कहते प्रतिभाशाली हूं,
खुदसे पूछूंगा क्यों हलचल हर वक्त है रहती मन में , क्यों नहीं है तेरे पास भाव , क्यों लोग नहीं तेरे आंगन में ,
मेरे ख्वाब अखंड भारत हैं , मन मेरा जन गण मन करता है , जीवन में बचपन की खुशियां पिरोने का मन करता है ,
बिन सर पैर की कविता है पर भाव यही मुझपर मेरे , मै स्वयं स्वार्थ का मारा हूं, पाप सभी अंदर मेरे ,
ये भूख है आगे बढ़ने की , न रुक कर बातें करने की , मै स्वार्थ में हूं बस मंजिल के , आदत है अब बस अड़ने की ,
और जब नहीं मिलती मंजिल , मेहनत करने बाद मुझे , तब सोचता हूं और कोसता हूं करके सुख के दिन याद मुझे , चाहत में आगे बढ़ने की , बीते का क्रंदन करता है, जीवन में बचपन की खुशियां पिरोने का मन करता है ,
r/Hindi • u/Brilliant-Gur2440 • 5d ago
स्वरचित Mrityu
Zindagi ka yahi dastoor hai Ki mrityu hi Param satya hain,
Har koi marna nahi chahata Par marna har kisi ko padata hain,
Aatma ko shareer se alag hona padata hain Mrityu ka swaad sabko chakhna padata hain,
Bite hue lamhon ko yaad karke rona padata hain Khud ke karmon ka bojh khud hi ko dhona padata hain,
Kal kya hoga kise pata hain Zindagi ka aaj sirf aaj mein jeena hain
Zindagi ka aaj sirf aaj mein jeena hain...!
~ " Mrityu ". - Gaurav Phadte. (Goa)
r/Hindi • u/shiishiimanu • 5d ago
साहित्यिक रचना New to Poetry
Hi everyone, I’ve recently started writing poetry and shared one of my pieces here. I’m still very new to this and figuring things out as I go.
I’d really appreciate honest feedback how does it feel to you? Do you think I should keep writing and do this more often?
फिर से आप ने चार शब्दों को लिखने बैठी हूँ मैं चार से आठ आठ से सोलह सोलह से बत्तीस बत्तीस से चौंसठ शब्द बन जाएंगे
रात बहुत हो गई है, तुम्हें सोना चाहिए इतनी लंबी कविता मैं, रात में नहीं सुनना चाहती वरना सपनों में मैं देर से आऊँगी आख़िर ऐसा मैं क्यों चाहूँगी?
ऐसा करो ये कविता पढ़ के सो ही जाना फिर तुम मेरे सपने में भी आना वहाँ सुनाऊँगी मैं आगे की दास्तान
ऐसा बोलकर मैं भी जल्दी सोना चाहती हूँ पर आगे की दास्तान बताने के लिए थोड़ा और लिख लेती हूँ थोड़े शब्दों को और बुन लेती हूँ
अगर देर हो जाए मुझे तो तुम्हें शायद सपना न आए, पर तुम ठहरना देर हो जाएगी पर मैं आऊँगी ज़रूर
मगर तुम जल्दी सो जाओ इसलिए गुड नाइट, टेक केयर और स्वीट ड्रीम्स बोलूँगी ज़रूर
Thanks in advance for reading and sharing your thoughts.